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Adani Group: अडानी ग्रुप ने आज एक आधिकारिक बयान जारी किया है जिसमें उसने फाइनेंशियल टाइम्स में छपी रिपोर्ट को जानबूझकर समूह की छवि खराब करने की कोशिश बताया है. अडानी ग्रुप ने साफ-साफ कहा है कि एफटी में छपी रिपोर्ट पुराने और आधारहीन आरोपों को बार-बार दोहराया जा रहा है जिससे कि अडानी समूह का नाम खराब किया जा सके. जनहित की आड़ में ये उनके व्यक्तिगत हितों को आगे बढ़ाने की कोशिश है.
फाइनेंशियल टाइम्स पर हैं आरोप
अडानी समूह ने कहा कि फाइनेंशियल टाइम्स के अथक अभियान को जारी रखते हुए, अगले हमले का मोर्चा डैन मैक्रम संभाल रहे हैं जिन्होंने ओसीसीआरपी के साथ मिलकर एक झूठ फैलाया और 31 अगस्त 2023 को अदानी समूह के खिलाफ स्टोरी बनाई. OCCRP जॉर्ज सोरोस द्वारा वित्त पोषित है जिन्होंने खुले तौर पर अदानी समूह के खिलाफ अपनी दुश्मनी की घोषणा की है.
फाइनेंशियल टाइम्स की पहली कोशिश विफल होने के बाद एफटी अडानी समूह को वित्तीय रूप से अस्थिर करने का एक और प्रयास कर रहा है. इसी के तहत कोयले की ओवर-इनवॉयसिंग का पुराना निराधार आरोप लगाया है. वहीं एफटी की प्रस्तावित कहानी डीआरआई के जनरल अलर्ट सर्कुलर पर आधारित है जिसके बारे में पहले भी स्पष्टीकरण दिया जा चुका है.
OCCRP ने रिपोर्ट जारी की थी
मीडिया संगठन संगठित अपराध और भ्रष्टाचार रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (OCCRP) ने एक रिपोर्ट जारी की थी जिसमें अडानी ग्रुप पर कई आरोप लगाए गए थे. रिपोर्ट के मुताबिक, अडानी ग्रुप के कुछ सार्वजनिक तौर पर कारोबार करने वाले कंपनियों के शेयरों में ‘अपारदर्शी’ मॉरीशस फंड के माध्यम से लाखों डॉलर का निवेश किया गया है. OCCRP ने कई टैक्स हेवन्स और आंतरिक अडानी ग्रुप के ईमेल से फाइलों की समीक्षा के आधार पर कहा कि जांच में कम से कम दो मामले सामने आए जिनसे पता चलता है कि अडानी ग्रुप के निवेशकों ने ऑफशोर स्ट्रक्चर्स के माध्यम से अडानी स्टॉक्स खरीदे और बेचे हैं.
उस समय भी अडानी ने किया था खंडन
अडानी ग्रुप ने आरोपों के समय भी साफ तौर पर कहा था कि हमें कानून की उचित प्रक्रिया पर पूरा भरोसा है. हम अपने डिस्क्लोजर की गुणवत्ता और कॉर्पोरेट गवर्नेंस स्टैंडर्ड्स के प्रति भरोसेमंद हैं.इन समाचार रिपोर्टों का समय संदिग्ध, शरारतपूर्ण और दुर्भावनापूर्ण है और हम इन रिपोर्टों को पूरी तरह से खारिज करते हैं.
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