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Salary Hike In 2024: वेतन बढ़ोतरी का सीजन नजदीक आ रहा है. ऐसे में कॉरपोरेट जगत में काम करने वालों के लिए खुशखबरी है. कंपनियां इस साल 10 फीसदी तक औसतन सैलेरी बढ़ाने की तैयारी कर रही हैं. सबसे ज्यादा सैलेरी हाइक ऑटोमोबाइल, मैन्युफैक्चरिंग और इंजीनियरिंग सेक्टर्स में काम करने वाले कर्मचारियों के मिलने वाला है.
कंसलटेंसी फर्म मर्सर ने टीआरएस (Total Remuneration Survey) नाम से सर्वे जारी किया है. इस सर्वे में मर्सर ने बताया कि 2024 में कॉरपोरेट जगत औसतन सैलेरी 10 फीसदी बढ़ा सकती हैं जबकि 2023 में 9.5 फीसदी सैलेरी बढ़ोतरी हुई थी. रिपोर्ट में कहा गया कि आर्थिक मोर्चे पर भारत के मजबूत प्रदर्शन और इनोवेशन और टैलेंट हब के तौर पर उसकी बढ़ती अपील के चलते ये ट्रेंड नजर आ रहा है. सर्वे के मुताबिक भारत में ऑटोमोबाइल, मैन्युफैक्चरिंग, इंजीनियरिंग और लाइफ साइंसेज में काम करने वाले कर्मचारियों की सबसे वेतन बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है.
ये सर्वे मई से अगस्त 2023 के बीच किया गया था जिसमें 21 लाख एम्पलॉयज का प्रतिनिधित्व करने वाले 6000 जॉब रोल्स को लेकर 1474 कंपनियों से डेटा जुटाया गया है. सर्वे में अलग अलग इंडस्ट्रीज में सैलेरी के ट्रेंड्स पर फोकस किया गया जिसमें कर्मचारी का प्रदर्शन, ऑर्गनाइजेशन परफॉर्मेंस और पोजीशन ये तीन मानक थे जिसके आधार पर इंक्रीमेंट का रेंज तय किया गया है.
सर्वे के मुताबिक 2024 में औसतन सैलेरी बढ़ोतरी 10 फीसदी रहेगी जो 2023 में 9.5 फीसदी रही थी. रिपोर्ट के मुताबिक रेट ऑफ वोंल्ट्री एट्रीशन यानि कंपनी छोड़कर जाने की दर 2021 के 12.1 फीसदी से बढ़कर 2022 में 13.5 फीसदी हो गई है. 2023 के छमाही डेटा इस ओर इशारा कर रहा कि 2022 के मुकाबले कंपनी छोड़कर जाने वालों की तादाद बढ़ी है.
भारत में मर्सर की रिवॉर्ड्स कंसलटिंग लीडर मानसी सिंघल ने कहा, सैलेरी में बढ़ोतरी का जो अनुमान जाहिर किया गया है वो बेहतर इकोनॉमिक इंडीकेटर्स, बिजनेस लैंडस्केप के चलते तेजी के साथ भारतीय मार्केट्स में बढ़ते भरोसे और आशावादी को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि एआई और ऑटोमेशन ने ऑटोमोबाइल, मैन्युफैक्चरिंग इंजीनियरिंग और लाइफ साइंसेज जैसे प्रमुख उद्योगों को ग्रोथ के नए फेज में जाने के प्रेरित किया है.
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