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BSE T+0 Settlement: वित्त वर्ष 2023-24 के आखिरी कारोबारी सत्र यानि गुरुवार 28 मार्च 2024 को भारतीय शेयर बाजार में इतिहास रचने जा रहा है. 28 मार्च से भारतीय शेयर बाजार में T+0 ट्रेड सेटलमेंट की शुरुआत हो रही है. स्टॉक एक्सचेंजों ने उन 25 शेयरों के नामों की घोषणा कर दी है जो T+0 ट्रेड सेटलमेंट के लिए उपलब्ध होंगे.
इन 25 शेयरों में T+0 ट्रेड सेटलमेंट
बीएसई ने जिन 25 शेयरों के नामों की सूची जारी की है उसमें अंबुजा सीमेंट, बजाज ऑटो, बीपीसीएल, सिप्ला, एसबीआई, वेदांता, अशोक लीलैंड, बैंक ऑफ बड़ौदा, बिरलासॉफ्ट, कोफोर्ज, डिविज लैबरोटरीज, हिंडाल्को, इंडियन होटल्स, जेएसडब्ल्यु स्टील, एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस, एलटीआईमाइंडट्री, एमआरएफ, नेस्ले इंडिया, एनएमडीसी, ओएनजीसी, पेट्रोनेट एलएनजी, संवर्धन मदरसन इंटरनेशनलस, टाटा कम्यूनिकेशंस, ट्रेंट, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया शामिल है.
ट्रेड वाले दिन ही होगा सेटलमेंट
शेयर बाजार के रेग्यूलेटर सेबी (Securities and Exchange Board of India) फिलहाल वैकल्पिक बेसिस पर T+0 ट्रेड सेटलमेंट के बीटा वर्जन की शुरुआत करने जा रहा है. शुरुआती दौर में कुछ ही ब्रोकरों के जरिए 25 शेयरों में T+0 ट्रेड सेटलमेंट को पूरा किया जाएगा. सभी निवेशक T+0 ट्रेड सेटलमेंट में हिस्सा ले सकेंगे और इस ट्रेड की टाइमिंग सुबह 9.30 से लेकर 1.30 बजे तक के ट्रेड के लिए वैलिड रहेगी. T+0 ट्रेड सेटलमेंट के शउरू होने के बाद शेयरों के ट्रांसफर से लेकर फंड की क्रेडिट ट्रेड वाले दिन ही पूरा कर लिया जाएगा. निवेशकों को अगले ट्रेडिंग सत्र का इंतजार नहीं करना होगा. सेबी के मुताबिक सेटलमेंट साइकिल को छोटा रखने से कॉस्ट और समय की बचत होगी. निवेशकों को लगने वाले चार्चेज में पारदर्शिता आएगी.
चार्जेज में नहीं होगा कोई बदलाव
बीएसई के मुताबिक T+0 ट्रेड सेटलमेंट के बीटा वर्जन के शुरू होने के बाद ट्रांजैक्शन चार्ज, सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स और रेग्यूलेटरी टर्नओवर फीस वहीं लगेगा जो T+1 ट्रेड सेटलमेंट पर लगता आया है. T+0 ट्रेड सेटलमेंट साइकिल की शुरुआत को इंस्टैंट सेटलमेंट (Instant Settlement) को अपनाने की दिशा में बड़े कदम के तौर पर देखा जा रहा है.
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