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SEBI: स्टॉक मार्केट रेगुलेटर सेबी ने भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है. सेबी के सदस्य कमलेश चंद्र वार्ष्णेय ने शनिवार को बताया कि मार्केट रेगुलेटर जांच के लिए एआई को प्रयोग में ला रही है. उन्होंने कैपिटल मार्केट में गलत तौर तरीकों के इस्तेमाल करने के प्रति चेतावनी दी. साथ ही ब्रोकर्स को भी सावधान रहकर ऐसी कोशिशों पर लगाम लगाने में मदद करने का आह्वान किया है.
नियमों में हेरफेर नहीं होगा बर्दाश्त
सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया ((SEBI) ) ने जांच में तेजी लाने के अलावा कई क्षेत्रों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग किया है. कमलेश चंद्र वार्ष्णेय ने कहा कि विभिन्न संस्थाओं को तकनीक में हो रहे बदलावों पर नजर रखनी चाहिए. उन्होंने नेशनल एक्सचेंजस मेंबर्स ऑफ इंडिया (ANMI) के कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए कहा कि सेबी के लिए पारदर्शिता और नियमों से हेरफेर रोकना सबसे ज्यादा जरूरी है. शेयर बाजार में कानून का पालन करना ही फायदेमंद साबित होगा. इसका उल्लंघन करने से समस्याएं पैदा होंगी.
ब्रोकर्स साथ दें तो बहुत आसानी होगी
उन्होंने बताया कि सेबी स्टॉक मार्केट में लोगों को गुमराह करने वालों को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है. सेबी के पूर्णकालिक सदस्य वार्ष्णेय ने ब्रोकरों से अपील की कि वो चौकन्ने रहें और ऐसी कोशिशों पर रोकथाम लगाएं. सेबी ने लगातार ऐसी कोशिशें करने वालों पर कार्रवाई की है. इनमें फ्रंट रनिंग भी शामिल है. हमें निवेशकों का भरोसा जीतना होगा. इसके बिना हर कोशिश असफल हो जाएगी. इसमें ब्रोकर्स का बहुत अहम रोल है. यदि वो हमारा साथ दें तो बहुत जल्दी इस पर रोकथाम लग जाएगी. कुछ ब्रोकर्स इसमें शामिल हो सकते हैं. हम उन पर सख्त कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेंगे.
टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल पर जोर दे रहा सेबी
पिछले साल सेबी ने बताया था कि वह टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल पर जोर देगा. इसके लिए जिओटैगिंग भी शुरू की जाएगी. साथ ही नियामक की आईटी क्षमताओं को बढ़ाने पर भी जोर दिया जा रहा है. तकनीक की मदद से जांच में होने वाली कमियां दूर हो जाएंगी.
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