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जीवन में अप्रत्याशित हालात कई बार लोगों को वित्तीय रूप से तबाह कर देते हैं. ऐसे में लोग लोन का सहारा लेते हैं. हालांकि कई बार यह इतना भारी पड़ जाता है कि लोग खुद तो अपनी जान लेते ही हैं, साथ में अपना पूरा परिवार भी खत्म कर लेते हैं. हाल ही में भोपाल और बेंगलुरू में ऐसा मामला देखने को मिला है. ऐसे मामलों को लेकर जीरोधा के नितिन कामथ ने बड़े काम की सलाह दी है.
पीड़ितों की सुरक्षा के लिए है कानून
नितिन ने इस मामले को लेकर एक के बाद एक कई ट्वीट किया. उन्होंने लोगों को चेताया कि सभी गैरकानूनी लोन ऐप से दूर रहें. अगर किसी कारण ऐसे लोन ऐप के जाल में फंस गए हैं और लोन ऐप कंपनियां प्रताड़ित कर रही हैं, तो कानून का सहारा लें. नितिन लोन ऐप की प्रताड़ना झेल रहे सभी लोगों को बताते हैं कि आपकी सुरक्षा करने के लिए कानून है.
सख्ती के बाद भी नहीं बंद हुए ऐप
जीरोधा को-फाउंडर के ये ट्वीट अनायास नहीं हैं. देश में पिछले कुछ सालों के दौरान लोन ऐप के मामले तेजी से बढ़े हैं. खासकर कोरोना महामारी के बाद कई लोगों की आर्थिक स्थिति खराब हुई और वे लोन देने वाले ऐप के झांसे में आ गए. उसके बाद शुरू हुआ अंतहीन प्रताड़ना का सिलसिला. तरह-तरह की ब्लैकमेलिंग से आजिज आकर कई लोग आत्महत्या करने पर मजबूर हुए. ऐसे मामलों को देखते हुए रिजर्व बैंक जैसे नियामकों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने सख्ती की और कुछ हद तक लगाम लगा पाने में कामयाब भी हुए, बावजूद अभी यह पूरी तरह से बंद नहीं हो पाया है और लोग अब भी लोन ऐप के शिकार बन रहे हैं.
हाल ही में आए ये 2 मामले
भोपाल के मामले में एक व्यक्ति ने लोन ऐप के एजेंटों की प्रताड़ना से परेशान होकर पत्नी और बच्चों सहित खुद का जीवन समाप्त कर लिया. इसी तरह की घटना बेंगलुरू में भी सामने आई, जहां 22 साल के एक इंजीनियरिंग स्टूडेंट ने आत्महत्या कर ली. दोनों मामले ऐप से लिए गए लोन से जुड़े हुए हैं, जिनमें लोन चुका पाने में असमर्थता के बाद पीड़ितों को लोन ऐप के एजेंटों ने ब्लैकमेल किया. कोविड के बाद ऐसे हजारों मामले सामने आ चुके हैं.
इस तरह से कर सकते हैं शिकायत
नितिन लोन ऐप के शिकार बने लोगों से कहते हैं कि अगर आपको भी प्रताड़ित किया जा रहा है, तो जान लीजिए कि आपकी सुरक्षा करने के लिए देश में कानून है. ऐसे अवैध लोन ऐप के एजेंट अगर आपको परेशान कर रहे हैं तो सरकार के नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराएं. यह पोर्टल भुक्तभोगियों व पीड़ितों को ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने की सुविधा देता है. नितिन इसके अलावा 1930 पर कॉल करने की सलाह देते हैं.
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