[ad_1]
Agri Products and Services: भारत का कृषि निर्यात सेक्टर तेजी से आगे बढ़ रहा है. फिलहाल देश से एग्री एक्सपोर्ट लगभग 50 अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर चुका है. उम्मीद जताई जा रही है कि 2023 तक देश से कृषि निर्यात दोगुना होकर 100 अरब डॉलर का आंकड़ा पार कर जाएगा.
50 अरब डॉलर का आंकड़ा छू चुका है एग्री एक्सपोर्ट
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने सोमवार को बताया कि देश से कृषि उत्पादों और सेवाओं का निर्यात तेजी से ऊपर जा रहा है. फिलहाल यह 50 अरब डॉलर का आंकड़ा छू चुका है. हमारी कोशिश है कि आने वाले 6 सालों में यह आंकड़ा 100 अरब डॉलर को पार कर जाए. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य देश से वस्तुओं और सेवाओं के निर्यात को 2030 तक 2 ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य तक पहुंचाना है. इस लक्ष्य की पूर्ती में एग्री एक्सपोर्ट महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
रेडी टू ईट फूड सेगमेंट में तरक्की की बहुत बड़ी गुंजाइश
दक्षिण एशिया के सबसे बड़े फूड एवं बेवरेज शो इंडस फूड 2024 (IndusFood) में पहुंचे सुनील बर्थवाल ने बताया कि रेडी टू ईट फूड सेगमेंट में तरक्की की बहुत बड़ी गुंजाइश है. उन्होंने कंपनियों से आग्रह किया की भारतीय उत्पादों और सेवाओं की चाहत रखने वाले देशों की जरूरतों को ध्यान में रखकर कार्य किया जाए.
चावल, गेहूं और शक्कर के निर्यात पर लगे प्रतिबंध का नहीं पड़ेगा असर
इस कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पियूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा था कि चालू वित्त वर्ष में देश का एग्री एक्सपोर्ट 53 अरब डॉलर के नजदीक पहुंच जाएगा. उन्होंने चावल, गेहूं और शक्कर के निर्यात पर लगे प्रतिबंध के बावजूद आशा जताई थी कि निर्यात में कोई कमी नहीं आने वाली. इससे पहले आशंका जताई गई थी कि इस प्रतिबंध के चलते निर्यात में लगभग 5 अरब डॉलर की कमी आ सकती है.
80 से ज्यादा रिटेल कंपनियां इस शो का हिस्सा बनीं
इस मौके पर बोलते हुए ट्रेड प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मोहित सिंगला ने कहा कि इस तीन दिवसीय शो में लगभग 90 देशों के 1200 प्रदर्शक और 7500 खरीदार हिस्सा ले रहे हैं. साथ ही 80 से ज्यादा रिटेल कंपनियां इस शो का हिस्सा बनी हैं. इनमें कारफूर, खिमजी रामदास, ग्रैंड हायपरमार्केट, नेस्टो, मुस्तफा, लुलू और स्पार जैसे बड़े नाम शामिल हैं.
ये भी पढ़ें
[ad_2]
Source link