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Share Market: देश की आर्थिक प्रगति का हिस्सेदार बनने को जनता बेताब है. शेयर मार्केट में पिछले कुछ समय से जारी भारी तेजी ने नए निवेशकों का रुख बाजार की ओर कर दिया है. दिसंबर, 2023 में देश में डीमैट अकाउंट खुलने का नया रिकॉर्ड बन गया है. पिछले महीने देश में लगभग 42 लाख नए डीमैट अकाउंट खोले गए. इसके चलते देश में डीमैट खातों की संख्या 13.9 करोड़ पहुंच गई. वित्त वर्ष 2023-24 में हर महीने नए खाते खुलने का औसत 21 लाख है. मगर, दिसंबर में इससे लगभग दोगुने अकाउंट खोले गए.
एक महीने में ही दोगुना हुआ आंकड़ा
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल के आंकड़ों के अनुसार, नवंबर, 2023 में 28 लाख नए डीमैट अकाउंट खोले गए थे. दिसंबर, 2023 में यह आंकड़ा लगभग दोगुना हो गया. डीमैट अकॉउंट खुलने में आई इस तेजी की वजह फोमो फैक्टर (Fear Of Missing Out) को बताया जा रहा है.
आईपीओ बाजार में उछाल के चलते खुल रहे अकाउंट
एयूएम कैपिटल वेल्थ के नेशनल हेड मुकेश कोचर न बताया कि शेयर मार्केट रोजाना नए-नए रिकॉर्ड बना रहा है. निवेशकों को इस तेजी से जबरदस्त फायदा हो रहा है. इसके अलावा आईपीओ बाजार में भी उछाल देखने लायक है. उनके मुताबिक, सबसे ज्यादा डीमैट अकाउंट इन्हीं आईपीओ में निवेश करने के लिए खोले जा रहे हैं. हालांकि, उन्होंने सलाह दी है कि लोग अफवाहों के आधार पर स्टॉक्स में पैसा नहीं लगाएं. लोगों को लंबे समय के लिए निवेश करने की जरूरत है. साथ ही एसआईपी का साथ भी उन्हें नहीं छोड़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि बाजार अपने उच्चतम स्तर पर है. यहां से कभी भी उठापटक हो सकती है.
निफ्टी ने पिछले साल दिया 20 फीसदी रिटर्न
साल 2023 में निफ्टी ने करीब 20 फीसदी का शानदार रिटर्न दिया है. यह लगातार आठवां साल है, जब इसमें तेजी दर्ज की गई. ब्याज दरों में स्थिरता, महंगाई के नियंत्रित आंकड़े, नगदी का बढ़ता प्रवाह, रिटेल निवेशकों की बढ़ती रुचि और कॉरपोरेट को हो रही कमाई से यह आंकड़े ऊंचाई पकड़े हुए हैं.
ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म भी आगे बढ़ रहे
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, इस अवधि में जेरोधा (Zerodha) के क्लाइंट बढ़कर 67 लाख पर पहुंच गए. हालांकि, कंपनी के मार्केट शेयर में कमी आई और यह 18.6 फीसदी पर आ गया है. एंजेलवन (ANGELONE) के कस्टमर 53 लाख और बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 14.8 फीसदी हो गई. अपस्टॉक्स (Upstox) के क्लाइंट 23 लाख और बाजार हिस्सेदारी 6.3 फीसदी हो गई है. इस दौरान ग्रो के यूजर्स 76 लाख हो गए और मार्केट शेयर 21 फीसदी पहुंच गया. आईएसईसी (ISEC) के क्लाइंट इस दौरान घटकर 19 लाख और बाजार हिस्सेदारी 5.2 फीसदी रह गई. आईआईएफएल (IIFL) के क्लाइंट बढ़कर 4 लाख और हिस्सेदारी 1.1 फीसदी रह गई है.
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