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Inflation Likely To Go Up: गेहूं और चावल के चलते आने वाले दिनों में खाद्य महंगाई में उछाल देखने को मिल सकता है. एचएसबीसी ने अपने एक रिपोर्ट में कहा है कि टमाटर की कीमतें बड़ी समस्या नहीं है बल्कि समस्या कहीं और है. एचएसबीसी ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए 5 फीसदी महंगाई दर रहने का अनुमान जताया है.
एचएसबीसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि गेहूं और चावल जैसे अनाज की कीमतों में उछाल आती है तो इससे महंगाई बढ़ने का खतरा है. एचएसबीसी के अर्थशास्त्री प्रांजुल भंडारी और आयुषी चौधरी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि बारिश और धान की बुआई का डेटा अगले कुछ हफ्तों के लिए बेहद महत्वपूर्ण रहने वाला है.
देश के उत्तर-पश्चिमी भाग में बुआई में कमी, दक्षिण और पूर्वी भारत में बारिश में कमी के चलते चावल के खेती पर असर पड़ सकता है. इसके चलते चावल के एक्सपोर्ट में कमी आ सकती है. भारत दुनिया में चावल का सबसे बड़ निर्यातक देश है. इसके चलते दुनियाभर में चावल की कीमतों में इजाफा संभव है.
रूस ने चेतावनी दी है कि यूक्रेन के पोर्ट के तरफ बढ़ रहे समुद्री जहाज को मिलिट्री सामग्री ले जाने वाले जहाज के तौर पर देखा जाएगा. रूस के इस चेतवानी के बाद गेहूं के फ्यूचर प्राइसेज में तेज उछाल देखने को मिला है. अल नीनो की आशंका के चलते भी कीमतें बढ़ी है. ऐसे में भारत में कीमतें और भी बढ़ने की आशंका जताई जा रही है.
भारत के कंज्यूमर प्राइस इंडेक्ट बास्केट में 10 फीसदी हिस्सा अनाज का है जो कि बेहद भारतीयों के भोजन का प्रमुख हिस्सा है. जून 2023 में वैसे ही खाद्य महंगाई दर में उछाल के चलते खुदरा महंगाई दर बढ़कर 4.81 फीसदी पर जा पहुंची है. आने वाले दिनों में और भी महंगाई बढ़ने की आशंका जाहिर की जा रही है. सरकार ने वैसे ही गैर-बासमती चावल के निर्यात पर रोक लगा दिया है जिसस घरेलू बाजार में कीमतों में कमी लाई जा सके. वहीं असमान बारिश और बाढ़ के चलते टमाटर और अन्य सब्जियों समेत और दालों की कीमतों में बढ़ोतरी देखी जा रही है.
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